Weak Sun Remedies: कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत कैसे करें? हिंदू धर्मग्रंथों और वेदों में सूर्य को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। सूर्यदेव की उपासना करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। इससे जीवन में हमेशा अच्छा होने की संभावना अधिक होती है। व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र में सकारात्मक भाव से काम करता है और उसका परिणाम भी अच्छा ही मिलता है।
लेकिन यदि कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में है तो व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुंडली में कमजोर सूर्य व्यक्ति के मान-सम्मान में कमी लाता है और धीरे-धीरे मनुष्य समाज और अपनों की नजर में गिरने लगता है। व्यक्ति का यश भी धीरे-धीरे कम होने लगता है और एक समय ऐसा आता है जब उस व्यक्ति की स्थिति बेहद ही दयनीय हो जाती है।
सूर्य को आत्मा और मान-सम्मान का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सुबह-सुबह सूर्य को जल देने से मनुष्य का ऊर्जा चक्र सक्रिय होता है और इससे मनुष्य की सोचने और समझने की शक्ति में बढ़ोतरी होती है। हालांकि यह व्यक्ति विशेष की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में होने पर इसका प्रभाव अच्छा होता है तथा मनुष्य के जीवन में तरक्की के योग बनते हैं। यदि कोई व्यक्ति जॉब या बिजनेस करता है तो वहां पर उसे तरक्की मिलती है।
यदि सूर्य कुंडली में अशुभ जगह पर होता है तो वह सभी प्रकार के कार्यों में असफलता प्रदान करता है। जिसके कारण कामकाज में रुकावट होती है और परेशानियां आने लगती है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में धन की हानि और स्थान परिवर्तन का भी योग बनने लगता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है।
कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत कैसे करें?
सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करना बहुत ही आवश्यक होता है। कुंडली में मजबूत सूर्य होने से हर क्षेत्र में व्यक्ति को सफलता मिलती है। जीवन में सुख-शांति और समृद्धि सूर्य ग्रह मजबूत होने से ही मिलती है।
यदि कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है तो पिता के साथ संबंध मजबूत होते हैं और हमेशा उनका आशीर्वाद बना रहता है। यदि कोई व्यक्ति रोजगार की तलाश कर रहा है तो उसे सरकारी नौकरी और रोजगार में हमेशा सफलता प्राप्त होता है।
सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति के मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है। कुंडली में सूर्य यदि मजबूत स्थिति में होती है तो व्यक्ति को रोग संबंधी परेशानियां नहीं सताती है। सूर्य को उच्च पद का कारक ग्रह माना जाता है, इसलिए जिस व्यक्ति पर सूर्य देव की कृपा होती है, वह हर क्षेत्र में उच्च पद को प्राप्त करता है।
कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होना
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में होता है तो ऐसी स्थिति में उन्हें कार्यक्षेत्र के साथ-साथ जीवन में भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति को शारीरिक रोग और दोष का सामना करना पड़ता है। उन्हें दिल और नेत्र से संबंधित परेशानियां होने लगती है।
कुंडली में कमजोर सूर्य मान-सम्मान में भी कमी ला देता है। ऐसे व्यक्ति के ऊपर कई लोग आरोप लगा देते हैं। झूठे आरोप लगने से व्यक्ति के मान-सम्मान में गिरावट आती है और व्यक्ति दूसरे की नजरों में गिर जाता है। कमजोर सूर्य पिता के साथ संबंध अच्छे नहीं रहने देते हैं और लगातार धन की हानि होती रहती है। कुंडली में सूर्य कमजोर होने से पितृदोष भी लगता है।
कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के उपाय
कुंडली में सूर्य को मजबूत करना बहुत ही आवश्यक होता है। जिन लोगों का सूर्य कमजोर होता है उन्हें भगवान श्रीकृष्ण की उपासना करनी चाहिए। इसके अलावा रोज उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से भी सूर्य ग्रह कुंडली में मजबूत होते हैं।
रविवार का दिन भगवान सूर्य का दिन माना जाता है। इसलिए सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन उपवास रखना चाहिए। यदि घर से बाहर निकलना हो तो हमेशा गुड़ या मिश्री खाकर तथा पानी पीकर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। पिता का हमेशा सम्मान करना चाहिए और हर दिन उनके चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
इसके अलावा भगवान सूर्य की स्तुति करना चाहिए और नियमित रूप से उन्हें जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और व्यक्ति का मान-सम्मान धीरे-धीरे लौटने लगता है। इसके अलावा यदि व्यक्ति नौकरी या व्यापार करता है तो उसमें भी उसे उत्तरोत्तर वृद्धि और कामयाबी मिलती है।
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